युवाओं को आत्मनिर्भर बनने मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के अंतर्गत दमोह में 18 मुर्रा भैंसों का हुआ वितरण, कार्यक्रम में राज्यमंत्री लखन पटेल हुए शामिल
दमोह मध्यप्रदेश शासन के पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री डेयरी प्लस योजना के तहत दमोह जिले में महत्वपूर्ण पहल की गई है।
वहीं आज शनिवार सुबह 11 बजे जिले के 9 हितग्राहियों को कुल 18 उच्च नस्ल की मुर्रा भैंसों का जटाशंकर स्थित भारत माता पार्क में पशुपालन मंत्री लखन पटेल द्वारा वितरण किया गया।
इसी क्रम में चयनित अन्य 9 हितग्राहियों का दल पशु चिकित्सा अधिकारी के साथ रोहतक (हरियाणा) रवाना हो चुका है, जहाँ वे दुग्ध उत्पादन का प्रत्यक्ष निरीक्षण कर अपनी पसंद की भैंसों का चयन करेंगे। शेष हितग्राहियों को भी आगामी सप्ताह के अंत तक रोहतक भेजा जाएगा।
उपसंचालक पशुपालन डॉ. बी.के. असाटी ने बताया कि योजना के तहत सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग को 50 प्रतिशत (1,47,500 रुपये) और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग को 75 प्रतिशत (2,21,250 रुपये) अनुदान प्रदान किया जाता है। लाभार्थी लगभग 2,64,000 रुपये मूल्य की दो दुधारू मुर्रा भैंसें खरीद सकते हैं।

योजना में पशु बीमा, परिवहन, आवास, भोजन और यात्रा व्यय भी शामिल हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए जिले में कुल 80 लाभार्थियों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें 60 सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग से बल्की 20 अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग से निर्धारित किए गए है। यह पहल युवाओं को रोजगार के आयाम स्थापित करने में कारगर साबित होगी।










