दमोह। जिले के पटेरा थाना क्षेत्र के सतरिया गांव में पैर धुलवाकर वही पानी पिलाने के मामले ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। इस मामले में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने कड़ा रुख अपनाते हुए सभी आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इधर, अदालत के सख्त रुख के बाद भी कुछ राजनीतिक और सामाजिक संगठन इस प्रकरण को लेकर सक्रिय हो गए हैं। इसी क्रम में ओबीसी संगठन ने गुरुवार को दमोह जिला मुख्यालय में बड़ा प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर इस आंदोलन को लेकर जोरदार प्रतिक्रियाएं चल रही थीं और ओबीसी वर्ग के लोगों से इसमें शामिल होने की अपील की जा रही थी।
रात में पुलिस ने की कार्रवाई, कांग्रेस नेता दृगपालडिटेन
आंदोलन से पहले ही पुलिस ने एहतियाती कदम उठाते हुए बुधवार–गुरुवार की दरम्यानी रात कांग्रेस नेता और जनप्रतिनिधि दृगपाल को हिरासत में ले लिया।
पुलिस देर रात उनके घर पहुंची और उन्हें अपनी अभिरक्षा में लेकर नोहटा थाना लाई। सूत्रों के अनुसार, फिलहाल दृगपाल को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
मुख्यालय पर कड़ी सुरक्षा, कलेक्टर कार्यालय के सामने नाकाबंदी
प्रदर्शन की घोषणा के बाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस ने एहतियातन कलेक्टर कार्यालय के सामने बेरिकेड्स लगाकर नाकाबंदी कर दी है।
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह की लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति नहीं बिगड़ने दी जाएगी।
हाईकोर्ट ने एसपी को तलब कर जताई नाराज़गी
सतरिया कांड को लेकर हुई ऑनलाइन सुनवाई में हाईकोर्ट ने दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी को तलब कर पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताया। अदालत ने कहा कि अब तक की जांच में पुलिस ने आरोपियों के प्रति नरमी बरती है।
कोर्ट ने सभी आरोपियों पर एनएसए लगाने और सख्त कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
क्या है सतरिया प्रकरण
सतरिया निवासी अनुज पांडे ने गांव के पुरषोत्तम कुशवाहा से अपने पैर धुलवाकर वही पानी पीने के लिए विवश किया था। यह घटना गांव के मंदिर में हुई थी, जहां मौके पर कई लोग मौजूद थे।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया था और पूरे प्रदेश में सामाजिक सौहार्द को लेकर बहस छिड़ गई थी। फिलहाल, प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जिलेभर में सतर्कता बढ़ा दी है। अधिकारियों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।