दमोह । शहर में दीपावली से ठीक पहले फुटपाथी दुकानदारों की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। नगर पालिका द्वारा घंटाघर क्षेत्र से दुकानें हटाने की कार्रवाई के बाद महिला विक्रेताओं ने सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। विरोध के बीच कई महिलाएं भावुक भी नज़र आईं।
बतादें कि घंटाघर पर शुक्रवार दोपहर अचानक महिलाएं सड़क पर बैठ गईं। ये दीपावली से ठीक पहले अपनी रोज़ी-रोटी बचाने की लड़ाईलड़ रही हैं।
दरअसल, नगर पालिका ने ट्रैफिक व्यवस्था का हवाला देते हुए इन फुटपाथी विक्रेताओं को घंटाघर से हटाकर तहसीलग्राउंड में दुकानें लगाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन इनका कहना है कि तहसीलग्राउंड में कोई ग्राहक नहीं आता। एक महिला ने बताया कि साल में दो से तीन दिन ही तो दुकान लगाते हैं, अब वो भी बंद करवा दी।
इन महिलाओं में ज्यादातर गरीब परिवारों से हैं, जो महीनों पहले से मिट्टी के दीपक बनाकर त्योहार पर कुछ कमाई की उम्मीद रखती हैं। लेकिन नगर पालिका की कार्रवाई ने इनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
इधर, मामले में सीएमओ राजेंद्र सिंह ने कहा कि ट्रेफिक व्यवस्था को देखते हुए दुकानदारों को तहसीलग्राउंड में दुकानें लगाने को कहा गया था। पूर्व सूचना भी दी गई थी, फिर भी उन्होंने नियमों का पालन नहीं किया।बता दें कि करीब एक घंटे तक चला ये चक्काजाम पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद खत्म हुआ और सीएमओ ने उन्हें दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि सड़कों पर यातायात बाधित न होने दें।