प्रस्तावना के सामूहिक वाचन के साथ जाना संविधान का महत्व
दमोह। देश के संविधान दिवस पर बुधवार दोपहर 2.30 मिनिट पर शहर के बेलाताल तालाब स्थित पार्क में बने ओपन थियेटर में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के नेतृत्व में एक विस्तृत एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय संविधान की मूल भावना, उसके निर्माण, उसकी संरचना एवं नागरिकों के अधिकारों-कर्तव्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
कार्यक्रम की विशेषता रही कि संविधान सभा के सदस्यों की तरह ही जिले के विभिन्न स्कूलों से आए 299 छात्र-छात्राओं ने मंच पर एक साथ बैठकर संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया। यह दृश्य न केवल आकर्षक रहा बल्कि बच्चों में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समझ और सम्मान को भी दर्शाता रहा।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय संविधान के इतिहास, निर्माण प्रक्रिया, इसके निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान, संविधान के मूल ढांचे, उसके 22 भागों, 12 अनुसूचियों और 395 मूल अनुच्छेदों से संबंधित विविध जानकारियों को आकर्षक बैनरों, पोस्टरों और मॉडलों के रूप में प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी ने उपस्थित लोगों को संविधान की गंभीरता और व्यापकता को समझने का अवसर दिया।
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर, जिला पंचायत अध्यक्ष रंजिता गौरव पटेल, जिला पंचायत सीईओ प्रवीण फूलपागरे, DO खाद्य सुरक्षा राकेश अहिरवार, एस के नेमां, आलोक सोनवलकर, नरेंद्र दुबे, नरेंद्र बजाज, हरीश पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए विद्यार्थियों की मेहनत की सराहना की। अतिथियों ने कहा कि संविधान सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक के अधिकारों, कर्तव्यों और लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ है। ऐसे आयोजनों से आगामी पीढ़ी में संविधान के प्रति जागरूकता और राष्ट्र के प्रति दायित्वबोध बढ़ता है।









