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दमोह देहात थाना की कार्यप्रणाली पर सवाल : तीन हजार मंथली पर चल रहा रेत गिट्टी का अवैध कारोबार

On: अक्टूबर 22, 2025 1:13 अपराह्न
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दमोह।

रेत कारोबार और पुलिस की मिलीभगत का चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। हटा थाना क्षेत्र के साहू तिराहा से लेकर ईमलाई बायपास तक करीब बीस अवैध रेत स्टॉक खुलेआम संचालित हो रहे हैं, जिनसे देहात थाना पुलिस द्वारा तीन हजार रुपए मंथली वसूली किए जाने का आरोप है। यही नहीं, रेत लेकर आने वाले हर ट्रक और डंपर से भी मंथली वसूली की जा रही है।

कारोबारी ने किया खुलासा – हर माह आठ से दस तारीख के बीच होती है वसूली

हटा नाका के समीप संचालित एक रेत कारोबारी ने बताया कि हर माह की 8 से 10 तारीख के बीच देहात थाना में पदस्थ आरक्षक स्वयं मौके पर पहुंचकर तीन हजार रुपए वसूलते हैं। यह राशि न देने पर कारोबार रोकने और वाहन जब्त करने की धमकी दी जाती है। कारोबारी ने साफ कहा, “पैसा नहीं दो तो कारोबार करना असंभव है।”

पुलिस कर्मियों की सक्रियता, अधिकारियों की साख पर प्रश्नचिन्ह

मामले में यह भी सामने आया है कि देहात थाना के दो पुलिस कर्मी इस पूरी वसूली व्यवस्था को संचालित कर रहे हैं। सवाल यह है कि इनसे होने वाली आय कहां तक पहुंच रही है? क्या उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं? यह सब कुछ अवैध वसूली के नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिससे विभागीय साख बुरी तरह प्रभावित हो रही है।

हर माह सवा से डेढ़ लाख की वसूली का अंदाजा

सूत्रों के अनुसार बीस अवैध स्टॉक से करीब साठ हजार रुपए, और उनसे जुड़े ट्रक मालिकों से एक लाख रुपए से अधिक वसूले जाते हैं। इस प्रकार कुल सवा से डेढ़ लाख रुपए मासिक वसूली का आंकड़ा सामने आ रहा है।

हादसों के पीछे भी यही कारण

नो एंट्री जोन और व्यस्त समय में भी ओवरलोड डंपर व ट्रक शहर में बेखौफ घूमते हैं। पुलिस की आंख मूंदने की वजह यही अवैध वसूली बताई जा रही है। रेत स्टॉकों की वजह से मुख्य सड़कों पर अव्यवस्था और हादसे आम बात बन चुके हैं।

जनता में आक्रोश, कार्रवाई की मांग

स्थानीय लोगों का कहना है कि रेत स्टॉक और अवैध ट्रकों की यह स्थिति न केवल राजस्व को नुकसान पहुंचा रही है बल्कि जनसुरक्षा के लिए भी खतरा बन चुकी है। लोगों ने उच्च पुलिस अधिकारियों से जांच कर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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